फ़र्ज़ी ख़बरों का साल !!
फ़र्ज़ी ख़बरों का साल !! वैसे तो वर्ष दो हज़ार सत्रह कई खट्टे-मीठे अनुभवो को अपने भीतर समाए है पर … Continue reading फ़र्ज़ी ख़बरों का साल !!
फ़र्ज़ी ख़बरों का साल !! वैसे तो वर्ष दो हज़ार सत्रह कई खट्टे-मीठे अनुभवो को अपने भीतर समाए है पर … Continue reading फ़र्ज़ी ख़बरों का साल !!
आप के विश्वास की .. सत्ता वाले जय जय करते और दिखाते भय, आप से विश्वास की भी अब बिगड़ … Continue reading आप से विश्वास की..
पैर पसारती धार्मिक असुरक्षा !!! क्रिसमस के कुछ दिन पहले से ही सोशल मीडिया पर कुछ मेसेज पोस्ट होने लगे … Continue reading पैर पसारती धार्मिक असुरक्षा..
एक और राम-रहीम !! अभी राम-रहीम प्रकरण की लपटें थमी भी नही थी कि दिल्ली में एक और वहशी बाबा … Continue reading एक और राम-रहीम ..
कितना हसीन है.. मतलबी दुनिया में बेमतलबी होना, बड़ा मुश्किल है किसी में ये ख़ूबी होना, ख़ुशी में मेरी खिलखिलाना … Continue reading कितना हसीन है ..
नहीं मरूँगा मैं .. तेरी हर कही तो नहीं करूँगा मैं, आँख दिखाने से अब नहीं डरूँगा मैं, मरेंगे पहले … Continue reading नहीं मरूँगा मैं ..
बोलोगे तो जूता लातम.. राजनीति की काटन छाँटन लपलपाता तलवा चाटन ऊबड़ खाबड़ उदघाटन, रोना-धोना जुमला भाषण तिलक-टोपी जातम पातम, … Continue reading बोलोगे तो जूता-लातम..
तेरी बातें तेरी ऑंखें तेरा मुस्कुराना याद आया भूल जाने का कोई नुस्ख़ा न काम आया, नज़रें बिछीं रही हरपल … Continue reading न पैग़ाम आया ..
संविदाकर्मियों पर आफ़त … गत चार दिसम्बर से “समान कार्य के लिए समान वेतन” की माँग के साथ हड़ताल पर … Continue reading संविदाकर्मियों पर आफत.
वो जो भीड़ में चेहरे पर मुर्दनी ओढ़ लेती है, अक़सर अकेले में बहुत बोल लेती है, उड़ती फिरती है … Continue reading बहुत बोल लेती है…