एक कविता…
भर कर फ़िर पॉलीथीन की थैली में प्रेम,सम्मान अपेक्षा और कर्तव्य की परिभाषाएं जा बैठूँगा अकेले में बात करूँगा ख़ुद … Continue reading एक कविता…
भर कर फ़िर पॉलीथीन की थैली में प्रेम,सम्मान अपेक्षा और कर्तव्य की परिभाषाएं जा बैठूँगा अकेले में बात करूँगा ख़ुद … Continue reading एक कविता…
आज कुछ नया कहते हैं, गर्मी की नमी कहते हैं सर्दी की तपन कहते हैं, आज कुछ नया कहते हैं, … Continue reading कुछ नया कहते हैं..