अकेला आदमी ….

भरी बस्ती में अकेला आदमी बाक़ी सब बन्दर उछलते,कूदते उसके ईशारों पर यहाँ से वहाँ वहाँ से यहाँ, महसूस होती … Continue reading अकेला आदमी ….