अकेला आदमी ….
भरी बस्ती में अकेला आदमी बाक़ी सब बन्दर उछलते,कूदते उसके ईशारों पर यहाँ से वहाँ वहाँ से यहाँ, महसूस होती … Continue reading अकेला आदमी ….
भरी बस्ती में अकेला आदमी बाक़ी सब बन्दर उछलते,कूदते उसके ईशारों पर यहाँ से वहाँ वहाँ से यहाँ, महसूस होती … Continue reading अकेला आदमी ….
बिलखते देख किसी को जो बह निकलें आँख से आँसू बहने देना मत छुपाना खड़े रहना उन भावहीन चेहरों के … Continue reading बहने देना आँसू ….
हथेली के कोनों से बह गई बर्फ की डली सी जिंदगी, पथराई सी उंगलियां सुन्न हथेली और कुछ स्तब्ध सी … Continue reading बर्फ़ की डली ..